ब्यथा
खेड़ दिया गाड़ गध्यारा में हमुंकें,पर मण्डी में नीलाम झन करिया |
ज्योन रण को चां रौ य बखतम,बच रैया कैबे मुनाव हाथ झन करिया |
नमस्कार ले भौत छ य देसम, हाथ जोड़ दिया कल्ज़ लगाण बात झन करिया |
प्यार मर बे ले प्यार रौल ,आपण हाथूल य चड़ी जाम झन करिया |
बाग़ जास बुकाहें लै ऐंल तकैं "भास्कर"बकार जस तुम आपण पराण झन करिया |
बकार जस तुम आपण पराण झन करिया |
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