Tuesday, December 8, 2015

स्वतंत्रता

स्वतंत्रता अच्छी है, लेकन किसी व्यक्ति विशेष की आलोचना या गुणगान करना सही नहीं है।हमें किसी भी व्यक्ति के काम की आलोचना या प्रशंसा करनी चाहिए ये बहस का मुद्दा हो सकता है लेकिन किसी भी महकमे में होने वाले कार्यों के लिए क्या कोई व्यक्ति विशेष ही जिम्मेदार है या वो पूरा महकमा जिसका दायित्व उस को ठीक प्रकार से चलाना है।
जहाँ तक किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व का प्रश्न है वह उस समाज का आयना होता है जहाँ वो रहता है। हमें उन स्थानो अथवा समाज का निर्धारण करना चाहिए जहाँ हमारी बहुल आवादी रहती है।
आज समाज का मूल्यांकन किसी उच्च स्तर से नहीं जड़ से करने की आवश्यकता है जो आगे आकर एक ऐसा नेतृत्व पैदा कर सके जो खोखले होते लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत कर संविधान व् राष्ट के नवनिर्माण में सहायक होे। ...टी टी
नोट: ये लेखक के अपने विचार हैं, इनका किसी व्यक्ति विशेष या पार्टी से कोई लेना देना नहीं है।
और हाँ, ये पोस्ट उन महानुभाओं के लिए नहीं है जो समाज को किसी व्यक्ति विशेष के चश्मे से देखते हैं।

No comments:

Post a Comment

विज्ञापन

दिल्ली हाईकोर्ट ने विज्ञापन मे चेहरा नहीँ दिखाने के लिये कहा तो केजरीवाल आजकल पिछवाडा दिखा रहे है!! अब सीधे विज्ञापन पे आता हूँ: नमस्कार...